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May Vrat Tyohar List 2024: अक्षय तृतीया से लेकर बुद्ध पूर्णिमा तक, मई 2024 में मनाये जायेंगे ये विशेष त्यौहार

May Vrat Tyohar List 2024

May 2024 Calendar in Hindi: हिंदू धर्म में हर महीने का विशेष महत्व होता है। हिन्दू पंचांग के अनुसार वैशाख माह को दूसरा माह कहा जाता है। 27 नक्षत्रों में से एक विशाखा नक्षत्र से जुड़े होने के कारण इस माह को वैशाख माह के नाम से जाना जाता है। इस महीने में देवी दुर्गा के विभिन्न रूपों की पूजा करना बहुत शुभ माना जाता है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार, वैशाख महीना 24 अप्रैल से शुरू होता है और 23 मई 2024 को समाप्त होता है। स्कंद पुराण में वैशाख महीने को सभी महीनों में सबसे अच्छा माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि भगवान विष्णु की कृपा से जो व्यक्ति इस महीने में सूर्योदय से पहले स्नान करके व्रत रखता है, उसे गरीबी का सामना नहीं करना पड़ेगा और उसे सभी प्रकार की चिंताओं से मुक्ति मिल जाएगी। इस बार वैशाख का महीना मई में पड़ रहा है और मई में कई विशेष व्रत और त्योहार मनाए जाते हैं। तो आइये जानते हैं की वर्ष 2024 में कौन-कौन से व्रत त्यौहार मई के महीने में मनाये जायेंगे।

मई के व्रत-त्योहारों की सूची (May 2024 Calendar in Hindi)

दिनांक  दिन  त्यौहार 
1 मई 2024  बुधवार  बुधाष्टमी व्रत , महाराष्ट्र दिवस , कालाष्टमी
2 मई 2024  गुरूवार  पंचक प्रारंभ 
4 मई 2024  शनिवार  वल्लभाचार्य जयंती , वरुथिनी एकादशी
5 मई 2024  रविवार  प्रदोष व्रत
6 मई 2024  सोमवार  मास शिवरात्रि
7 मई 2024  मंगलवार  रबीन्द्रनाथ टैगोर जयंती
8 मई 2024  बुधवार  अमावस्या 
10 मई 2024  शुक्रवार  रोहिणी व्रत , अक्षय तृतीया, मातंगी जयंती, परशुराम जयंती
11 मई 2024  शनिवार  वरद चतुर्थी
12 मई 2024  रविवार  मातृ दिवस , सूरदास जयंती, शंकराचार्य जयंती 
13 मई 2024  सोमवार  षष्टी , सोमवार व्रत, रामानुजन जयंती 
14 मई 2024  मंगलवार  गंगा सप्तमी , वृषभ संक्रांति
15 मई 2024  बुधवार  बुधाष्टमी व्रत , बगलामुखी जयंती , दुर्गाष्टमी व्रत
17 मई 2024  शुक्रवार  सीता नवमी
19 मई 2024  रविवार  मोहिनी एकादशी
20 मई 2024  सोमवार  सोम प्रदोष व्रत , परशुराम द्वादशी 
21 मई 2024  मंगलवार  नृसिंह जयंती
22 मई 2024  बुधवार  नरसिंह जयंती, छिन्नमस्ता जयंती
23 मई 2024  गुरूवार  कूर्म जयंती , बुद्ध पूर्णिमा (बुद्ध जयंती) , सत्य व्रत , सत्य व्रत , वैशाख पूर्णिमा व्रत
24 मई 2024  शुक्रवार  नारद जयंती
26 मई 2024  रविवार  संकष्टी गणेश चतुर्थी
30 मई 2024  गुरूवार  कालाष्टमी

वैशाख माह का महत्त्व (Hindu Calendar May 2024)

हिंदू कैलेंडर के अनुसार, महीने की शुरुआत पूर्णिमा के दिन चंद्रमा जिस नक्षत्र में होता है, उसी से होती है। इसी प्रकार चैत्र पूर्णिमा पर चंद्रमा जब विशाखा नक्षत्र में होता है तब वैशाख मास प्रारंभ होता है। इस नक्षत्र का स्वामी बृहस्पति है। ऐसे में इस माह में भगवान विष्णु की पूजा करने से व्यक्ति को शुभ फल की प्राप्ति होगी और किसी भी समस्या से छुटकारा मिल जाएगा। इसके अलावा इस महीने में तुलसी और पीपल के पेड़ की पूजा करने से विशेष फल मिलता है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार चैत्र पूर्णिमा के अगले दिन वैशाख माह की शुरुआत होती है। यह 24 अप्रैल 2024 से आरम्भ होकर वैशाख पूर्णिमा या 23 मई को समाप्त होगा।

अक्षय तृतीया का त्यौहार (Vaishakh Month Vrat List 2024)

मई 2024 में सबसे प्रसिद्ध त्योहार अक्षय तृतीया है। ऐसे में, न केवल ज्योतिष शास्त्र में बल्कि धार्मिक ग्रंथों में भी इसका महत्त्व बताया गया है। इसे स्वयंसिद्ध मुहूर्त भी कहा जाता है। इसलिए आप अक्षय तृतीया तिथि पर बिना मुहूर्त के भी कोई भी शुभ कार्य कर सकते हैं। इस दिन सोना खरीदने का विशेष महत्व है। इस दिन परशुराम जयंती भी मनाई जाती है। इस दिन सत युग के समय, भगवान विष्णु ने परशुराम के रूप में अवतार लिया।

इस महीने है बुद्ध पूर्णिमा (Hindu Festivals in May 2024)

बुद्ध पूर्णिमा हिंदू कैलेंडर के अनुसार वैशाख महीने के आखिरी दिन 23 मई को मनाई जाएगी। कुछ ग्रंथों में भगवान बुद्ध को विष्णु का अवतार बताया गया है, लेकिन इस पर काफी विवाद है। यह दिन बौद्ध धर्म को मानने वाले लोगों के लिए खास है। इस दिन भगवान बुद्ध की शिक्षाओं को याद किया जाता है।

वैशाख माह में भगवान विष्णु के विशेष अवतारों की पूजा करने की परंपरा है। शास्त्रों के अनुसार, इस महीने में भगवान विष्णु परशुराम के रूप में अवतरित हुए। मान्यता है की उनकी पूजा से शत्रुओं को परास्त किया जा सकता है और समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है। इस माह में नरसिंह, कूर्म और बुद्ध के अवतारों की पूजा करने की भी परंपरा है। इस पवित्र महीने में सुबह-सुबह पीपल के पेड़ की पूजा करनी चाहिए, जिसमें भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का निवास है। तुलसी की पूजा भी की जाती है और सुबह-शाम दीपक प्रज्वलित कर विष्णु भगवान की आरती भी की जाती है।

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डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी केवल धार्मिक आस्थाओं पर आधारित है जिन्हें सामान्य जनरूचि के लिए विभिन्न माध्यमों से संग्रहित किया गया है। इस लेख में निहित किसी भी जानकारी की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। इस सूचना को उपयोग में उपयोगकर्ता स्वयं की ज़िम्मेदारी पर लें। इसका उद्देश्य किसी विशेष धर्म, सम्प्रदाय, धार्मिक एवं व्यक्तिगत विश्वासों को ठेस पहुँचाना नहीं है।

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