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Pawanmuktasana Benefits in Hindi: पाचनतंत्र की मजबूती के लिए बड़ा उपयोगी है ये आसन! पेट को देगा अनेको लाभ

अनियमित जीवनशैली, अनुचित खान-पान, उपवास, जल्दी-जल्दी खाना, खाने के बाद लेट जाना, धूम्रपान करना, अधिक खाना, बहुत अधिक चाय या कॉफी पीना, रात में जागना आदि पेट में एसिड के स्राव के कारण अपच और सूजन का कारण बन सकते हैं। लगातार एसिडिटी रहने से पेट संबंधी समस्याएं होने लगती हैं। इससे कब्ज का खतरा भी बढ़ जाता है। 

ऐसे में पवनमुक्तासन बहुत फायदेमंद साबित होता है। यह एक विशेष योग स्थिति है जिसका मुख्य उद्देश्य शरीर से हवा को बाहर निकालने के लिए दबाव का उपयोग करना है। इसके अलावा इस आसन से शरीर से हानिकारक विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाते हैं।

इस लेख में आपको पवनमुक्तासन से जुड़ी मुख्य और विस्तृत जानकारी मिलेगी। पवनमुक्तासन का अर्थ, विधि, लाभ और सावधानियों के विषय में आप विस्तार से जानेंगे।

पवनमुक्तासन क्या है? (Pawanmuktasana Yoga)

पवनमुक्तासन संस्कृत शब्द ‘पवन’ से बना है जिसका अर्थ है ‘वायु’ या ‘हवा’, ‘मुक्त’ का अर्थ है ‘राहत’ या ‘छोड़ना’। पवनमुक्तासन को अंग्रेजी में “विंड रिलीज़ पोज़” और “गैस रिलीज़ पोज़” के नाम से जाना जाता है। यह आसन पेट में भारीपन से आराम दिलाता है, रक्त के संचार को बढ़ाता है, तंत्रिका तंत्र को उत्तेजित भी करता है। साथ ही, पेट से गैस को बाहर निकालता है और इससे शरीर से हानिकारक विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाते हैं। पाचन संबंधी समस्याओं से पीड़ित लोगों के लिए यह आसन रामबाण साबित हो सकता है क्योंकि यह एक महत्वपूर्ण योग आसन है जो पाचन तंत्र की कार्यप्रणाली को ठीक रखता है।

ऐसे करें यह आसन (Pawanmuktasana Steps in Hindi)

नीचे पवनमुक्तासन की पूर्ण विधि चित्रों के साथ दी गई है –

Pawanmuktasana Steps in Hindi

इस मुद्रा में यथासंभव समय तक रहे और सांस लेते रहें और फिर पुनः पहले की स्थिति में लौट आयें।

पवनमुक्तासन के लाभ (Pawanmuktasana Benefits in Hindi)

आसन करते समय रखें इन बातों का ध्यान (Pawanmuktasana in Hindi)

रोजाना योगाभ्यास से कई स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं। योग तनाव को कम कर सकता है, वजन कम करने में मदद कर सकता है और पुरानी बीमारी के खतरे को कम कर सकता है। योग आपको अधिक खाने पर काबू पाने में भी मदद कर सकता है। आप हर दिन कई योग मुद्राओं को अपने अभ्यास में शामिल कर सकते हैं। उचित दैनिक दिनचर्या बनाए रखना, संतुलित आहार खाना और प्रतिदिन व्यायाम करना महत्वपूर्ण है। अगर आप भी एसिडिटी से परेशान हैं और इससे छुटकारा पाना चाहते हैं तो रोजाना पवनमुक्तासन करें। इस योग का अभ्यास करने से आपको पेट की कई समस्याओं  से जल्द ही छुटकारा मिल जाएगा।

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डिसक्लेमर: यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि हर किसी का शरीर भिन्न होता है। हर योग आसन सभी के लिए प्रभावी नहीं होता। यह लेख केवल सामान्य जानकारी और शिक्षा के लिए है और इसका उपयोग चिकित्सा या चिकित्सा-संबंधी सलाह, निदान या उपचार के विकल्प के रूप में नहीं किया जाना चाहिए। किसी भी प्रकार की परेशानी एवं रोग होने पर योग आसन का अभ्यास शुरू करने से पूर्व अपने डॉक्टर या योग गुरु से सलाह अवश्य लें।

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