bhaktiaanand.com

Shirshasana in Hindi: सिर से लेकर पैरों तक रक्त संचार बढ़ाता है शीर्षासन! शरीर को देता है संतुलन

एक समय था जब पश्चिमी देशों में योग को लेकर कई भ्रांतियां थीं, और भारत में भी सीमित समूह के लोग ही योग करते थे। परन्तु आज योग का पूरे विश्व में अद्वितीय स्थान है। योग की दुनिया में अष्टांग योग और हठ योग बहुत प्रसिद्ध है क्योंकि यह कई आसनों का संग्रह है। हठ योग का एक बहुत प्रसिद्ध आसन है जिसका नाम शीर्षासन है। चूंकि यह सिर के बल किया जाता है इसलिए इसे शीर्षासन कहा जाता है। शीर्षासन एक ऐसा आसन है जिसके अभ्यास से हम कई गंभीर बीमारियों से हमेशा बचे रहते हैं।

आज इस लेख में आप जानेंगे कि शीर्षासन क्या है, यह किस प्रकार की विधि है और इसमें क्या सावधानियां बरतनी चाहिए। आप इसके लाभों और इस आसन को आसानी से करने के लिए अपनाए जाने वाले सुझावों के बारे में भी जानेंगे।

शीर्षासन (Shirshasana in Hindi)

सिर के बल किये जाने वाले आसन को शीर्षासन कहते हैं। शीर्ष का अर्थ है ‘सिर’ और आसन का अर्थ ‘मुद्रा’ है। कई आसन बैठकर किये जाते हैं जैसे की वक्रासन परन्तु शीर्षासन को सिर झुकाकर और पैरों को ऊपर करके किया जाता है, इसीलिए इसे अंग्रेजी में “हेडस्टैंड पोज़” कहा जाता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना ​​है कि शीर्षासन योग का अभ्यास स्वास्थ्य के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है। यह योगाभ्यास, जिसमें सिर को सहारा देकर खड़ा होना शामिल है, शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने वाला माना जाता है। यह हठ योग के प्रमुख आसनों जैसे वृक्षसन, प्राणायाम और वीरभद्रासन आदि में से एक है।

सामान्य तौर पर सभी जानते हैं कि शीर्षासन सिरदर्द के लिए बहुत उपयोगी है। इस प्रक्रिया से मस्तिष्क में रक्त संचार बेहतर होता है, जिससे मस्तिष्क की सभी बीमारियों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

शीर्षासन करने के फायदे (Shirshasana Benefits in Hindi)

शीर्षासन करने की विधि (Shirshasana Karne ki Vidhi)

Shirshasana Karne ki Vidhi

इन टिप्स को करें फॉलो (Shirshasana Precautions and Tips in Hindi)

स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि शीर्षासन को किसी अनुभवी योग चिकित्सक या योग गुरु के मार्गदर्शन में किया जाना चाहिए क्योंकि गलत प्रदर्शन से गर्दन और सिर में चोट लग सकती है। अगर आप लंबे समय तक जवान और एक्टिव रहना चाहते हैं तो यह आसन एक बेहतरीन विकल्प है। यह आसन सिर के बल रहकर किया जाता है, जिससे यह आपके कोर और पाचन तंत्र को मजबूत करता है। इतना ही नहीं शीर्षासन के बहुत सारे फायदे हैं। शीर्षासन का अभ्यास प्रारंभ कीजिये और अपने जीवन को एक बेहतर स्वास्थ का उपहार दीजिये।

ये भी पढ़ें

डिसक्लेमर: यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि हर किसी का शरीर भिन्न होता है। हर योग आसन सभी के लिए प्रभावी नहीं होता। यह लेख केवल सामान्य जानकारी और शिक्षा के लिए है और इसका उपयोग चिकित्सा या चिकित्सा-संबंधी सलाह, निदान या उपचार के विकल्प के रूप में नहीं किया जाना चाहिए। किसी भी प्रकार की परेशानी एवं रोग होने पर योग आसन का अभ्यास शुरू करने से पूर्व अपने डॉक्टर या योग गुरु से सलाह अवश्य लें।

Exit mobile version