हिन्दू धर्म में भगवान राम को श्री हरि विष्णु का अवतार माना गया है। शास्त्रों के अनुसार दशहरा, राम नवमी और दिवाली जैसे त्योहारों में मुख्य रूप से भगवान राम की पूजा-अर्चना की जाती है। मान्यताओं के अनुसार विधि-विधान के साथ श्रीराम की पूजा करने से भगवान राम की कृपादृष्टि बनी रहती है। आज हम आपको भगवान श्री राम की आरती और उसके महत्व के विषय में जानकारी देने जा रहे हैं।
श्री राम की आरती का महत्व (Ram ji ki Aarti Ka Mahatva)
सनातन धर्म में श्रीराम की आरती को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। मान्यताओं के अनुसार आरती न करने से पूजा का पूर्ण फल प्राप्त नहीं होता है। पूजा के बाद आरती करने से भगवान श्रीराम प्रसन्न होते हैं और आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती है। इसके अलावा श्रीराम की आरती गाने से व्यक्ति का आत्म बल बढ़ता है। अगर आप भी अपने जीवन में सुख शांति चाहते हैं तो राम जी की आरती करें। यह आपके लिए बहुत ही फायदेमंद सिद्ध हो सकती है।
श्री राम की आरती (Ram ji ki Aarti in Hindi)
आरती कीजे श्रीरामलला की । पूण निपुण धनुवेद कला की ।।
धनुष वान कर सोहत नीके । शोभा कोटि मदन मद फीके ।।
सुभग सिंहासन आप बिराजैं । वाम भाग वैदेही राजैं ।।
कर जोरे रिपुहन हनुमाना । भरत लखन सेवत बिधि नाना ।।
शिव अज नारद गुन गन गावैं । निगम नेति कह पार न पावैं ।।
नाम प्रभाव सकल जग जानैं । शेष महेश गनेस बखानैं ।।
भगत कामतरु पूरणकामा । दया क्षमा करुना गुन धामा ।।
सुग्रीवहुँ को कपिपति कीन्हा । राज विभीषन को प्रभु दीन्हा ।।
खेल खेल महु सिंधु बधाये । लोक सकल अनुपम यश छाये ।।
दुर्गम गढ़ लंका पति मारे । सुर नर मुनि सबके भय टारे ।।
देवन थापि सुजस विस्तारे । कोटिक दीन मलीन उधारे ।।
कपि केवट खग निसचर केरे । करि करुना दुःख दोष निवेरे ।।
देत सदा दासन्ह को माना । जगतपूज भे कपि हनुमाना ।।
आरत दीन सदा सत्कारे । तिहुपुर होत राम जयकारे ।।
कौसल्यादि सकल महतारी । दशरथ आदि भगत प्रभु झारी ।।
सुर नर मुनि प्रभु गुन गन गाई । आरति करत बहुत सुख पाई ।।
धूप दीप चन्दन नैवेदा । मन दृढ़ करि नहि कवनव भेदा ।।
राम लला की आरती गावै । राम कृपा अभिमत फल पावै ।।
श्री राम आरती की विधि (Shri Ram Aarti Vidhi)
- सबसे पहले सुबह उठने के बाद नित्यक्रियाओं से निवृत होने के बाद स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- अब एक लोटे में जल लेकर सूर्य देव को अर्ध्य दें।
- इसके बाद अपने समक्ष एक लकड़ी की चौकी पर राम जी की मूर्ति या तस्वीर की स्थापना करें।
- अब पंचामृत से श्रीराम जी को स्नान करवाने के बाद जल से भगवान राम का अभिषेक करें।
- अब राम जी को वस्त्र पहनाने के बाद चंदन से उनका तिलक करें।
- इसके बाद श्रीराम जी को फूल, माला अक्षत्, फल, धूप, दीप, नैवेद्य, तुलसी के पत्ते, गंध आदि चढ़ाएं।
- राम जी को रसगुल्ला, लड्डू, हलवा, इमरती, खीर आदि का प्रसाद चढ़ाएं।
- अब पूजा के बाद श्रीराम जी की आरती करें।
श्री राम जी की आरती के फायदे (Ram ji ki Aarti ke Fayde)
- मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम की पूजा अर्चना करने के बाद आरती गाने से सभी प्रकार की विघ्न-बाधाएं दूर हो जाती हैं और मन शांत होता
- रोज़ाना श्रीराम जी आरती गाने से जीवन के कष्टों से छुटकारा मिलता है।
- जो व्यक्ति नियमित रूप से श्रीराम जी की आरती गाता है उसके अंदर सहनशक्ति की वृद्धि होती है।
- श्रीराम जी की आरती गाने से जीवन में सरलता और मधुरता बढ़ती है।
- नियमित रूप से श्रीराम जी की आरती गाने से सभी पापों का नाश होने के साथ पारिवारिक जीवन सुखमय होता है।
राम जी को प्रसन्न करने के उपाय (Shri Ram Ko Prasann Karne Ke Upay)
- ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि, सप्ताह का आखिरी दिन रविवार राम जी का दिन होता है। वैवाहिक जीवन की समस्याओं को दूर करने के लिए रविवार के दिन पत्नी रात में खीर बनाकर चंद्रमा की रोशनी में खीर को एक घंटे तक रख दें। बाद में पति-पत्नी साथ में खीर खाएं। ऐसा करने से पति-पत्नी के बीच दूरियां दूर हो जाएँगी।
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शुभ फलों की प्राप्ति के लिए भगवान राम की आरती का पाठ करें।
कैसे प्राप्त करें श्रीराम जी की कृपा
- श्रीराम जी की कृपा प्राप्त करने के लिए रविवार के दिन 1 कटोरी में गंगाजल या पानी ले लें।
- अब राम रक्षा मंत्र ऊं श्री ह्रीं क्लीं रामचंद्राय श्री नमः का जाप करें।
- मन्त्र का जाप करने के पश्चात् इस जल का छिड़काव अपने घर के सभी कोने में करें। ऐसा करने से आपके घर का वास्तु दोष, भूत-प्रेत, तंत्र बाधा आदि खत्म हो जाएगी।
- आप इस उपाय को ऑफिस-दुकान आदि में भी कर सकते हैं।