अक्सर भगवान शिव की पूजा करते वक़्त या भगवान् कृष्ण की मूर्ती को स्नान करवाते वक़्त हम चरणामृत का उपयोग होते हुए देखते हैं मगर हम में से बहुत से लोग नहीं जानते की चरणामृत क्या होता हैं? और इसे घर पर सही तरीके से कैसे बनाएं, और चरणामृत का अर्थ क्या है। तो चलिए इस लेख के माध्यम से आज हम आपको बताते हैं की चरणामृत क्या है (What is Panchamrit in Hindi), इसका अर्थ (Meaning of Panch Amrit), महत्व और घर पर चरणामृत बनाने की विधि (How to Make Panchamrit for Lord Shiva at Home) के बारे में। और महाशिवरात्रि के दिन चरणामृत शिवलिंग पर चढाने का सही तरीका और महत्व।
पंचामृत क्या होता है? (What is Panchamrit in Hindi)
पांच अमृत के सयोंजन को पंचामृत कहा जाता है, पंचामृत एक पौराणिक और धार्मिक अर्थव्यवस्था में उपयोग होने वाला एक पवित्र मिश्रण है जो हिन्दू धर्म में विशेष रूप से शिवलिंग पर अर्पित किया जाता है। यह पंचामृत विभिन्न पाँच अमृतों का संयोजन है जो भक्तों द्वारा शिव पूजा के दौरान उनके चरणों में चढ़ाया जाता है।
पंचामृत:श्री शिव के लिए महत्व और घर पर इसे कैसे बनायें? (How to Make Panchamrit for Lord Shiva at Home)
भारतीय संस्कृति में पूजा एक महत्वपूर्ण धार्मिक आदर्श है, जिसमें विभिन्न प्रकार के अद्भुत अभिषेक और आराधना के रूपों का महत्व है। श्री शिव, हिन्दू धर्म के एक महत्वपूर्ण देवता, को उनकी अनुपम भक्ति के रूप में पूजते हैं। इस पूजा में एक विशेष प्रकार की बेहद महत्वपूर्ण सामग्री है, जिसे हम ‘पंचामृत’ कहते हैं। इस लेख में, हम जानेंगे कि पंचामृत क्या है, इसका महत्व क्या है, और घर पर इसे कैसे बना सकते हैं।
पंचामृत का अर्थ (Meaning of Panchamrit in Hindi)
पंचामृत शब्द संस्कृत में पाँच (पंच) और अमृत (अमृत) के शब्दों से मिलकर बना है, जिसका अर्थ होता है ‘पाँच अमृत’। इसमें पाँच प्रकार के अमृत होते हैं, जो श्री शिव को पूजा के दौरान अर्पित किए जाते हैं। ये पाँच अमृत हैं: दही, घी, शहद, गुड़ और गंगा जल।
पंचामृत का महत्व (Panchamrit Ka Mahatva)
पंचामृत को श्री शिव को समर्पित करने से उनकी कृपा और आशीर्वाद प्राप्त होता है। इसमें समाहित पाँच अमृतों का संयोजन विशेष रूप से शिव पूजा के दौरान श्रद्धालु को धार्मिक और आध्यात्मिक लाभ प्रदान करता है। यह अमृत शिव की आत्मा को प्रसन्न करने में मदद करता है और उनसे संबंधित सभी कष्टों को दूर करता है।
घर पर पंचामृत बनाने की विधि (Panchamrit Banane ki Vidhi)
पंचामृत बनाना अत्यंत सरल है और इसे घर पर आसानी से तैयार किया जा सकता है। निम्नलिखित है पंचामृत बनाने की विधि:
पंचामृत बनाने के लिए सामग्री:
- दही – 1 कप
- घी – 1/2 कप
- शहद – 1/4 कप
- गुड़ – 1/4 कप (या आपके आधार पर अधिक)
- गंगा जल – 1/4 कप
पंचामृत बनाने की विधि:
- सबसे पहले, एक बड़े पात्र में दही लें।
- अब, उसमें घी डालें और अच्छे से मिला लें।
- फिर, शहद डालें और फिर से मिला लें।
- गुड़ को छोटे टुकड़ों में काटें और मिलाएं।
- अब, गंगा जल डालें और सभी सामग्री को अच्छे से मिला लें।
- तैयार हुआ पंचामृत श्री शिव की पूजा के लिए तैयार है।
आप पंचामृत को श्री शिव की मूर्ति पर अर्पित करने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं और उसे पूरे श्रद्धा भाव से पूजा कर सकते हैं। इससे शिव पूजा में एक विशेषता और पवित्रता आती है, जिससे भक्त को अपने दिनचर्या में सुख और शांति मिलती है।
शिवलिंग पर पंचामृत चढ़ाने से क्या होता है? (Why Do We Offer Panchamrit to Shivling in Hindi)
महाशिवरात्रि या किसी भी सोमवार के दिन पंचामृत से शिवलिंग का स्नान कराने से मन से काम, क्रोध, लोभ, मोह और अहंकार जैसे विकारों का नाश होता है, इस दिन शिवलिंग की पूजा करने से मन निर्मल और बलवान होता है, पंचामृत में दूध, दही, शक्कर जैसी सफेद वस्तुएं होती हैं जो चन्द्रमा का प्रतिनिधित्व करती हैं जिससे मन सदा शांत रहता है। कुछ कहावतों के अनुसार तो ऐसा भी माना जाता है अगर आप लगातार हर सोमवार शिवलिंग पर पंचामृत चढाएं तो इससे आपकी हर मनोकामना पूरी होती है और आपके सभी कष्टों को भोलेनाथ दूर कर देते हैं। इस प्रकार, पंचामृत एक महत्वपूर्ण पूजा सामग्री है जो श्री शिव की पूजा में उपयोग होती है और भक्त को उनके आशीर्वाद से युक्त करती है। इसे घर पर बनाना बहुत आसान है और इससे आत्मा को शांति और सुख की अनुभूति होती है। श्रद्धालु इसे नियमित रूप से अपनी पूजा में शामिल कर सकते हैं और शिव भगवान की कृपा को प्राप्त कर सकते हैं।
पंचामृत के पाँच प्रमुख घटक के बारे में
- दही (Curd): दही, जो शिव पूजा में एक प्रमुख भोग है, प्राकृतिक और सात्विक आहार का प्रतीक है। यह दिव्य भावना और पवित्रता का प्रतीक है जो शिव की उपासना के दौरान भक्तों में उत्पन्न होती है।
- घी (Butter): घी शुद्ध तेल होता है जो शक्ति और प्रेम का प्रतीक है। शिव पूजा में घी का अर्पण भक्त को ईश्वरीय शक्तियों की कुंजी मिलती है।
- शहद (Honey): शहद मधुर स्वाद और आरोग्य के लाभों के लिए जाना जाता है। यह शिव पूजा में अर्पित किया जाता है ताकि भक्त उनके चरणों में सुख और मधुरता का आनंद ले सकें।
- गुड़ (Jaggery): गुड़, या गुड़ा, शक्करीय और सबुदाने का बड़ा हिस्सा है शिव पूजा का। यह शक्ति, स्वास्थ्य और धन का प्रतीक है और भक्तों को शिव की कृपा की कामना करता है।
- गंगा जल (Ganges Water): गंगा जल, जो गंगा नदी से प्राप्त होता है, शिव पूजा में अत्यधिक महत्वपूर्ण है। इसे शिव लिंग पर चढ़ाना भक्तों को पवित्रता, शुद्धि और मोक्ष की प्राप्ति में मदद करता है।
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