Prem Mandir Vrindavan: मथुरा के वृन्दावन में मौजूद भगवान् श्रीकृष्ण और राधा को समर्पित प्रेम मंदिर पूरी दुनिया में मशहूर है। इस मनमोहक मंदिर को देखने के लिए लाखों लोग वृंदावन आते हैं। प्रेम मंदिर की खूबसूरती हर किसी का मन मोह लेती है। इस मंदिर के निर्माण में पूरे एक हजार मजदूरों ने 11 सालों तक काम किया था, जिसके बाद इस मंदिर का निर्माण कार्य पूरा हुआ था। मथुरा वृन्दावन को भगवान श्रीकृष्ण की प्रेम नगरी भी माना जाता है। वैसे तो वृन्दावन में बहुत सारे मंदिर हैं, पर राधा कृष्ण को समर्पित इस मंदिर की बात ही अलग है।
प्रेम को समर्पित इस मंदिर का नाम भी प्रेम मंदिर ही रखा गया है। ऐसा माना जाता है कि प्रेम मंदिर में श्रीकृष्ण और राधा रानी का दर्शन करने मनुष्य के जीवन की हर दुःख हर तकलीफ दूर हो जाती है। जो भी प्रेमी या शादीशुदा जोड़ा इस मंदिर पूरी श्रद्धा और आस्था के साथ दर्शन करता है उनके आपसी संबंधों में प्रेम का संचार होता है। इस मंदिर का निर्माण 54 एकड़ ज़मीन में करवाया गया है। आज हम आपको प्रेम मंदिर वृन्दावन से जुड़े कुछ रोचक तथ्यों के बारे में बताने जा रहे हैं।
प्रेम मंदिर का इतिहास (Prem Mandir Vrindavan Ka Itihas)
मथुरा के वृन्दावन में मौजूद भव्य प्रेम मंदिर का निर्माण पांचवें जगदगुरु कृपालु महाराज द्वारा किया गया था। वृन्दावन में स्थित प्रेम मंदिर का निर्माण कार्य साल 2001 में शुरू किया गया था। 15 फरवरी से 17 फरवरी 2012 के बीच इस मंदिर का उद्घाटन किया गया था। 17 फरवरी के दिन इस मंदिर को सार्वजनिक रूप से दर्शन के लिए खोल दिया गया था। यह मंदिर 125 फीट ऊंचा और 122 फीट लम्बा है। इसके अलावा प्रेम मंदिर की चौड़ाई करीब 115 फीट है। इस मंदिर का निर्माण इटली से मंगवाए गए संगमरमर के पत्थरों से बनाया गया है।
प्रेम मंदिर वृन्दावन से जुड़े कुछ रोचक तथ्य
- वृन्दावन में मौजूद प्रेम मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण और राधारानी की बहुत ही भव्य प्रतिमा की स्थापना की गई है। प्रेम मंदिर की वास्तुकला भी बहुत ही अच्छी है। इस मंदिर की सबसे विशेष बात यह है कि, जैसे ही कोई व्यक्ति इस मंदिर के अंदर कदम रखता है उसे मानसिक शांति का अहसास होता है।
- ऐसा माना जाता है कि, अगर कोई शादीशुदा जोड़ा इस मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी के दर्शन करता है।तो उनके प्रेम बढ़ने के साथ उन्हें भगवान का आशीर्वाद भी मिलता है।
- वृन्दावन को भगवान श्रीकृष्ण की क्रीडा स्थली कहा जाता है। वृंदावन में मौजूद प्रेम मंदिर को राधा कृष्ण के अटूट प्रेम का प्रतीक माना जाता है।
- ऐसा माना जाता है कि, वृन्दावन स्थित प्रेम मंदिर भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी के साथ साथ भगवान राम और सीता को भी समर्पित है।
- प्रेम मंदिर का निर्माण इतना भव्य और दिव्य तरीके से किया गया है कि जो भी व्यक्ति इस मंदिर में आकर एक बार राधा कृष्ण के दर्शन कर लेता है वह उनकी भक्ति में पूरी तरह से खो जाता है।
- मंदिर की दीवारों पर राधा कृष्ण की लीलाओं को बहुत ही अच्छे तरीके से चित्रित किया गया है।
- प्रेम मंदिर की खूबसूरती रात के समय देखते ही बनती है। इस मंदिर में बहुत ही रंग बिरंगी लाइटें लगाई गयी हैं जो इस मंदिर की सुंदरता में चार चाँद लगाती हैं।
- प्रेम मंदिर के अंदर एक विशाल झूमर भी लगाया गया है जो देखने में बहुत ही खूबसूरत लगता है।
- मंदिर के प्रांगण में एक बहुत ही बड़ा सतसंग भवन बनवाया गया है। इस सत्संग भवन में एक साथ 25 000 लोग एक साथ बैठकर प्रभु का ध्यान कर सकते हैं।
प्रेम मंदिर वृन्दावन दर्शन टाइमिंग (Prem Mandir Vrindavan Timing in Hindi)
मथुरा में मौजूद प्रेम मंदिर में सुबह 8:30 से लेकर दोपहर 12 बजे तक और शाम को 4:30 बजे से लेकर 8:30 तक दर्श कर सकते हैं।
कैसे पहुंचे प्रेम मंदिर वृन्दावन (How to Reach Prem Mandir Vrindavan in Hindi)
अगर आप प्रेम मंदिर में दर्श करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको सबसे पहले मथुरा के वृंदावन पहुंचना होगा। मथुरा के वृन्दावन पहुंचने के लिए आप अपने हिसाब से एयर, ट्रेन, रोड कोई भी कनेक्टिविटी इस्तेमाल कर सकते हैं। दिल्ली एयरपोर्ट से लगभग 151 किमी की दूरी पर प्रेम मंदिर मौजूद है। दिल्ली एयरपोर्ट तक फ्लाइट से आने के बाद आप टैक्सी सर्विस के द्वारा प्रेम मंदिर तक पहुँच सकते हैं।
इसके अलावा दिल्ली से पब्लिक ट्रांसपोर्ट के द्वारा भी मथुरा, वृंदावन स्थित प्रेम मंदिर तक पहुंच सकते हो।