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Kaal Bhairav Aarti Lyrics in Hindi: भगवान काल भैरव होंगे प्रसन्न जब करेंगे इस आरती का पाठ! पढ़िए भगवान काल भैरव जी की आरती

Kaal Bhairav Aarti Lyrics in Hindi

Kaal Bhairav Aarti Lyrics in Hindi: भगवान काल भैरव जी भगवान शिव के उग्र अवतार हैं। भैरव को रौद्र अवतार  के नाम से भी जाना जाता है। कहा जाता है कि जिन लोगों की कुंडली में राहु और शनि दोष हो उन्हें काल भैरव देव की पूजा करनी चाहिए। हर साल मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी के दिन भैरव जयंती और हर महीने की कृष्ण पक्ष की अष्टमी को कालाष्टमी मनाई जाती है। इस दिन आपको भगवान भैरव की आरती करने का सौभाग्य प्राप्त होता है।

इस लेख में आप भगवान काल भैरव की आरती पढेंगे और साथ ही आरती की विधि और पूजन सामग्री भी जानेंगे।

श्री काल भैरव की आरती की महिमा (Bhagwan Kaal Bhairav Aarti)

श्री भैरव देव आरती कई स्वरों में खूब ध्वनियों के साथ बजायी जाती है। अन्य देवी-देवताओं की पूजा की तरह आरती के समय दीपक जलाते हैं और भैरव बाबा की आरती करते हैं और आरती गाते समय सभी खड़े होकर उनके सामने झुकते हैं। आरती के अंत में, भक्त विशेष भक्ति के साथ “जय भैरव देव, प्रभु जय भैरव देव” कहकर जयकार करते हैं। आरती के बाद भक्त धूप, दीप, फूल और प्रसाद के साथ पूजा पूरी करते हैं। यह प्रत्येक व्यक्ति की भक्ति एवं श्रद्धा पर निर्भर करता है।

एक चीज जिस पर आपको ध्यान देना चाहिए वह है मंदिर में जाने से पहले स्नान करना और साफ कपड़े पहनना। पूजा के दौरान कभी भी मन में गलत विचार न लाएं। दूसरों के बारे में बुरा सोचने से बेहतर है कि आप अपने हित के बारे में सोचें। भैरव बाबा की कृपा से आपके बारे में बुरा सोचने वाले आपके जीवन से स्वतः ही गायब हो जाएंगे। आरती के समय होने वातावरण की ध्वनियाँ और हवन सामग्री की सुगंध से हमारा अंतःकरण शुद्ध होता है और सकारात्मकता का वास होता है।

भैरव भगवान की आरती (Kaal Bhairav Aarti in Hindi)

जय भैरव देवा, प्रभु जय भैरव देवा। 

जय काली और गौर देवी कृत सेवा।।

प्रभु जय भैरव देवा। 

तुम्ही पाप उद्धारक दुःख सिंधु तारक।

भक्तों के सुख कारक भीषण वपु धारक।।

जय भैरव देवा।।

वाहन श्वान विराजत कर त्रिशूल धारी। 

महिमा अमित तुम्हारी जय जय भयहारी।।

जय भैरव देवा।।

तुम बिन देवा, सेवा सफल नहीं होवे।

चौमुख दीपक दर्शन से सब दुःख खोवे ॥

जय भैरव देवा।।

तेल चटकी दधि मिश्रित भाषावाली तेरी।

 कृपा कीजिये भैरवजी, करिए नहीं देरी।।

जय भैरव देवा।।

पांव घुंघरू बाजत अरु डमरू दमकावत।

बटुकनाथ बन बालक जल मन हरषावत।

जय भैरव देवा।।

कालभैरवजी की आरती जो कोई जन गावे।

 कहे धरनी धर मानुष मनवांछित फल पावे।।

जय भैरव देवा।।

श्री काल भैरव पूजन सामग्री (Shri Kaal Bhairav Aarti Samagri List)

श्री काल भैरव आरती की विधि (Kaal Bhairav Aarti Vidhi)

अगर आप भी श्री काल भैरव जयंती या कालाष्टमी के दिन भैरव बाबा को स्मरण कर रहे हैं  और उनकी अराधना कर रहे हैं तो घर में सेवा के दौरान उनकी आरती अवश्य गाएं। अगर आपके घर में बाबा की मूर्ति नहीं है तो आप बाजार से उनकी तस्वीर भी ला सकते हैं। भैरव बाबा की पूजा करते समय गलती से भी मन में गलत भावना न आने दें और सच्चे मन से पूजा करें क्योंकि ऐसी पूजा का फल भी जल्दी मिलता है।

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डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी केवल धार्मिक आस्थाओं पर आधारित है जिन्हें सामान्य जनरूचि के लिए विभिन्न माध्यमों से संग्रहित किया गया है। इस लेख में निहित किसी भी जानकारी की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। इस सूचना को उपयोग में उपयोगकर्ता स्वयं की ज़िम्मेदारी पर लें। इसका उद्देश्य किसी विशेष धर्म, सम्प्रदाय, धार्मिक एवं व्यक्तिगत विश्वासों को ठेस पहुँचाना नहीं है।

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