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March Vrat Tyohar List 2024: मार्च में मनाये जायेंगे ये सभी त्यौहार! देखिये पूरी सूची

March Vrat Tyohar List 2024

विक्रम संवत के अनुसार हिंदू नव वर्ष की शुरुआत होती है जो कि ब्रिटिश कैलेंडर से अलग होता है। इस वर्ष 2024 में हिंदू नव वर्ष का प्रारंभ मार्च के महीने में होगा और साथ ही अनेकों पर्व और त्योहार मनाए जाएंगे जिनमें महाशिवरात्रि, आमलकी एकादशी, होली, रंग पंचमी आदि अनेकों महत्वपूर्ण त्यौहार भी पड़ेंगे। आईए जानते हैं की मार्च 2024 में कौन-कौन से व्रत, त्यौहार एवं राष्ट्रीय पर्व होंगे। साथ ही विवाह और गृह प्रवेश की लिए शुभ मुहूर्त भी जानेंगे।

मार्च 2024 में ये हैं प्रमुख व्रत एवं त्यौहार (March Festivals in Hindi)

दिनांक व्रत एवं त्यौहार
3 मार्च 2024कालाष्टमी
4 मार्च 2024 श्री रामदास नवमी 
5 मार्च 2024 स्वामी दयानंद सरस्वती जयंती 
7 मार्च 2024 विजया एकादशी 
8 मार्च 2024 अन्तराष्ट्रीय महिला दिवस, महाशिवरात्रि, प्रदोष व्रत 
10 मार्च 2024 अमावस्या
11 मार्च 2024 चन्द्र दर्शन, रमज़ान रोज़ा प्रारंभ 
12 मार्च 2024  रामकृष्ण जयंती, फुलेरा दूज 
13 मार्च 2024 वरद चतुर्थी 
14 मार्च 2024  मीन संक्रांति 
15 मार्च 2024 अन्तराष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस, षष्ठी तिथि 
16 मार्च 2024 रोहिणी व्रत 
17 मार्च 2024 दुर्गाष्टमी व्रत, होलाष्टक 
20 मार्च 2024 आमलकी एकादशी 
21 मार्च 2024 हिन्दू नव वर्ष, गोविन्द द्वादशी 
22 मार्च 2024 प्रदोष व्रत 
24 मार्च 2024 खजूर रविवार, होलिका दहन, होलाष्टक समाप्त 
25 मार्च 2024 चैतन्य महाप्रभु जयंती, पूर्णिमा, होली 
26 मार्च 2024 गणगौर व्रत प्रारंभ 
28 मार्च 2024 पुण्य ब्रहस्पतिवार, संकष्टी गणेश चतुर्थी, शिवजी जयंती 
29 मार्च 2024 गुड फ्राइडे
30 मार्च 2024 रंग पंचमी 
31 मार्च 2024 ईस्टर 

गृह प्रवेश और विवाह के लिए शुभ दिन एवं मुहूर्त (March Hindu Calendar 2024)

मार्च के महीने में यदि आप विवाह करने या फिर नए घर में गृह प्रवेश के लिए अच्छा समय और उचित तिथि की खोज में हैं तो निम्नलिखित तिथियों पर आप शुभ कार्य कर सकते हैं।

विवाह के लिए शुभ दिन एवं मुहूर्त

1 मार्च 2024, शुक्रवार – 06:46 am  से 12:48 am तक

2 मार्च 2024, शनिवार – 08:24 pm से अगले दिन 06:44 am तक

3 मार्च 2024, रविवार – 06:44 am  से 03:55 pm तक

4 मार्च 2024, सोमवार – 10:16 pm से अगले दिन 06:42 am तक

5 मार्च 2024, मंगलवार – 06:42 am से 02:09 pm तक

6 मार्च 2024, बुधवार – 02:52 pm से अगले दिन 06:40 am तक

गृह प्रवेश के लिए शुभ मुहूर्त

2 मार्च 2024 – 02:42 pm  से अगले दिन 06:44 am तक

6 मार्च 2024 – 02:53 pm से अगले दिन 04:16 am तक

11 मार्च 2024 – 06:34 am से 10:37 am तक

15 मार्च 2024 -10:08 pm  से अगले दिन 06:38 am तक

16 मार्च 2024 – 06:29 से 09:40 pm तक

27 मार्च 2024 – 06:16 am से 04:16 pm तक

29 मार्च 2024 – 08:36 pm से अगले दिन 06:14 am तक

30 मार्च 2024 – 06:13 am से 09:16 pm तक

प्रमुख व्रत और पर्व (Hindu Tyohar Panchang 2024)

भारत में हर महीने अनेकों त्यौहार मनाये जाते हैं और सभी अपने आप में महत्वपूर्ण होते हैं। ऐसे में मार्च 2024 में भी कई प्रमुख पर्व पड़ने वाले हैं। आइये उनके बारे में भी थोड़ा जानते हैं।

स्वामी दयानंद सरस्वती जयंती 

धार्मिक सुधार के अग्रदूतों में से एक, दयानंद सरस्वती ने 1875 में बॉम्बे में आर्य समाज की स्थापना की और पाखंड खंडिनी ध्वज फहराकर कई उल्लेखनीय कार्य किये । यही दयानंद आगे चलकर महर्षि दयानंद बने और वैदिक धर्म की स्थापना करने वाले आर्य समाज के संस्थापक के रूप में विश्व ख्याति प्राप्त की।  इसलिए उनके जन्म दिवस को भारत में धूमधाम से मनाया जाता है। वर्ष 2024 में स्वामी दयानंद सरस्वती जयंती 5 मार्च को मनाई जाएगी।

अन्तराष्ट्रीय महिला दिवस (Women’s Day 2024)

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च को मनाया जाता है। महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए हर साल 8 मार्च को दुनिया भर में यह दिन मनाया जाता है। इस दिन को मनाने की शुरुआत 1909 में हुई थी। 8 मार्च को महिला दिवस मनाने की एक खास वजह है। अमेरिका में कामकाजी महिलाओं ने अपने अधिकारों के लिए 8 मार्च को विरोध प्रदर्शन किया। इसके बाद सोशलिस्ट पार्टी ने घोषणा की कि वह इस दिन महिला दिवस मनाने लगी। इसलिए भारत में महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए भी यह दिन मनाया जाता है।

फुलेरा दूज

फुलेरा दूज का त्यौहार मुख्य रूप से ब्रज में मनाया जाता है। इस दिन श्री कृष्ण और राधा रानी और माखन मिश्री का भोग लगाकर उत्साह और उल्लास के साथ फूलों की होली मनाई जाती है। फुलेरा दूज को सगाई और शादी जैसे शुभ कार्यक्रमों के लिए आदर्श और सर्वोत्तम दिन माना जाता है। इस वर्ष यह 12 मार्च को मनाया जायेगा।

अन्तराष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस

15 मार्च को दुनिया भर में विश्व उपभोक्ता दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसका लक्ष्य उपभोक्ता को उसके अधिकारों के बारे में जानकारी देना है। उपभोक्ता के रूप में हम सभी के पास कुछ अधिकार हैं, लेकिन बहुत से लोग उनके बारे में नहीं जानते हैं। इस दिन उपभोक्ताओं के बीच इस बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए विभिन्न अभियान चलाए जाते हैं।

आमलकी एकादशी (Amalaki Ekadashi 2024)

आमलकी एकादशी का व्रत बहुत विशेष माना जाता है। आमलकी एकादशी का संबंध आंवले के पेड़ की उत्पत्ति से माना जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान विष्णु ने सृष्टि की रचना के लिए ब्रह्मा को उत्पन्न किया। आंवले के वृक्ष का जन्म भी इसी के साथ में हुआ था। माना जाता है कि आमलकी एकादशी के दिन आंवले के पेड़ की पूजा करने से सौभाग्य और समृद्धि मिलती है। इससे मनुष्य को सभी प्रकार के पापों से मुक्ति मिलती है। इस बार यह व्रत 20 मार्च को रखा जायेगा।

होली 

भारत में होली एक बड़ा त्यौहार है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जिस तरह होली को वसंत ऋतु का संदेशक माना जाता है, उसी तरह इस त्योहार को बुराई पर अच्छाई की विजय के रूप में भी मनाया जाता है। इस दिन सभी लोग अपने मतभेद को मिटाकर एक-दूसरे को रंग लगाते हैं और लाल रंग को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस साल होली का त्योहार 25 मार्च को मनाया जाएगा।

रंग पंचमी (Rang Panchami 2024)

रंग पंचमी की पौराणिक कथा के अनुसार इस दिन भगवान श्रीकृष्ण ने राधारानी के साथ होली उत्सव मनाया था। इसलिए इस दिन राधा-कृष्ण की पूजा करने के बाद गुलाल चढ़ाकर उत्सव मनाया जाता है। एक अन्य किंवदंती कहती है कि होलाष्टक के दिन, महादेव ने कामदेव को जलाकर भस्म कर दिया, जिससे देवलोक में सभी दुखी हुए। हालाँकि, जब देवी रति और देवताओं की प्रार्थना पर भगवान महादेव ने कामदेव को पुनर्जीवित करने का आश्वासन दिया, तो सभी देवी-देवता खुश हुए और रंगोत्सव मनाना शुरू कर दिया। तभी से रंग पंचमी का उत्सव मनाया जाता है। इस बार यह उत्सव 30 मार्च को मनाया जायेगा।

मार्च का माह परिवर्तन की दृष्टि से भी बहुत अच्छा माना जाता है क्योंकि सर्दी का मौसम लगभग चला जाता है और बसंत का सुहावना मौसम आ जाता है। जिससे शरीर और मन में एक नयी उमंग और काम करने का नया जोश भी आता है। साथ ही धार्मिक दृष्टि से देखें तो भी यह महीना होली, महाशिवरात्रि, फुलेरा दूज और रंग पंचमी जैसे उत्सवों के लिए बहुत खास है।

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डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी केवल धार्मिक आस्थाओं पर आधारित है जिन्हें सामान्य जनरूचि के लिए विभिन्न माध्यमों से संग्रहित किया गया है। इस लेख में निहित किसी भी जानकारी की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। इस सूचना को उपयोग में उपयोगकर्ता स्वयं की ज़िम्मेदारी पर लें। इसका उद्देश्य किसी विशेष धर्म, सम्प्रदाय, धार्मिक एवं व्यक्तिगत विश्वासों को ठेस पहुँचाना नहीं है।

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