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Vinayak Chaturthi May 2024: कब है विनायक चतुर्थी, जानिए शुभ मुहूर्त और महत्व

भारतीय संस्कृति में धार्मिक और सांस्कृतिक उत्सवों का महत्व अत्यधिक होता है। इन उत्सवों में से एक है “विनायक चतुर्थी”, जिसे हम सभी भारतीय विवेकशील बड़े ही उत्साह और आनंद के साथ मनाते हैं। यह उत्सव हिंदू कैलेंडर के अनुसार भद्रपद मास की शुक्ल पक्ष के चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। इस साल, विनायक चतुर्थी 11 मई 2024 को मनाया जाएगा। तो चलिए आपको बताते हैं विनायक चतुर्थी का शुभ मुहूर्त, विनायक चतुर्थी की पूजा विधि और इस दिन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। 

विनायक चतुर्थी कब है (Vinayaka Chaturthi Kab Hai 2024)

विनायक चतुर्थी के उत्सव को भारतीय समाज में विशेष महत्व रखता है, जो धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं को जीवंत रखता है और लोगों को सद्गुणों की प्राप्ति के लिए प्रेरित करता है। ऐसा माना जाता है जो व्यक्ति पूरी श्रद्धा भाव से शुभ मुहूर्त में इस दिन भगवान् गणेश की पूजा करता है उसे जीवन में हर तरह से सफलता प्राप्त होती है। साल 2024 में विनायक चतुर्थी का त्यौहार 11 मई को मनाया जायेगा। 

विनायक चतुर्थी का महत्व (Vinayaka Chaturthi Ka Mahatva)

हिन्दू धर्म में विनायक चतुर्थी का दिन बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। यह उत्सव हिंदू धर्म में भगवान गणेश की पूजा और आराधना का दिन माना जाता है। गणेश जी को विद्या, बुद्धि, संज्ञान, समृद्धि, और सफलता का प्रतीक माना जाता है। इस उत्सव के दिन लोग गणेश जी की पूजा और आराधना करके उनकी कृपा और आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। यह उत्सव भारतीय समाज में एकता, समरसता, और सहयोग की भावना को मजबूत करता है और लोगों को प्रेरित करता है कि वे अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए परिश्रम करें।

विनायक चतुर्थी का शुभ मुहूर्त (Vinayaka Chaturthi Shubh Muhurat)

विनायक चतुर्थी के मुहूर्त का महत्व अत्यधिक होता है, क्योंकि इस दिन भगवान गणेश की पूजा करने का विशेष महत्व है। इस उत्सव के दिन सभी लोग गणेश जी को अपने घरों में प्रतिमा के रूप में स्थापित करते हैं और उन्हें उपासना करते हैं। इसलिए, इस उत्सव के मुहूर्त को ध्यान में रखते हुए ही पूर्ण करना चहिये। इस साल विनायक चतुर्थी का शुभ मुहूर्त सुबह 10:57 ए एम से शुरू होकर 01:39 पी एम को समाप्त होगा।

विनायक चतुर्थी पूजा विधि (Vinayaka Chaturthi Puja Vidhi)

विनायक चतुर्थी पूजा विधि

विनायक चतुर्थी का यह पावन उत्सव भगवान गणेश की कृपा को प्राप्त करने का अवसर माना जाता है। इस उत्सव के दिन लोग अपने घरों में गणेश जी की पूजा कर उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं और अपने जीवन को सफल बनाने के लिए उनकी कृपा की प्रार्थना करते हैं।

विनायक चतुर्थी में किन बातों का ध्यान रखना चाहिए

विनायक चतुर्थी हिंदू धर्म के महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है जिसे लोग बड़े ही उत्साह और भक्ति भाव से मनाते हैं। यह पर्व भगवान गणेश के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है और लोग उनकी पूजा और आराधना में विशेष महत्व देते हैं। इस उत्सव में कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना चाहिए और कुछ बातों से बचना चाहिए।

विनायक चतुर्थी में क्या करें:

  1. विनायक चतुर्थी के दिन घर को अत्यंत पवित्रता और शुभता से भरा रखना चाहिए। घर को साफ-सुथरा करें और पूजा स्थल को विशेष रूप से तैयार करें।
  2. पूजा का समय ध्यानपूर्वक निर्धारित करें और उस समय पर पूजा का आयोजन करें।
  3. गणेश जी की प्रतिमा का अभिषेक गंगाजल और धूप से करें।
  4. पूजा के उपचारों को ध्यानपूर्वक विधिवत और श्रद्धा भाव से करें।
  5. पूजा के अंत में आरती का पाठ करें और गणेश जी की प्रतिमा को धूप दें।

विनायक चतुर्थी में क्या नहीं करना चाहिए:

  1. विनायक चतुर्थी के दिन अधिक भोजन करने से बचें और सात्विक आहार पर ध्यान दें।
  2. पूजा के दौरान अत्यधिक शोर और अशांति से बचें और ध्यान और शांति में पूजा का आनंद लें।
  3. गणेश जी की प्रतिमा को गिरने से बचाएं और उसकी सही स्थान पर स्थापना करें।
  4. प्रसाद को सभी सदस्यों को बाँटें।

अगर आप भी इस वर्ष विनायक यानी गणपति जो को खुश करना चाहते हैं या उनसे आशीर्वाद प्राप्त करना चाहते हैं तो शुभ मुहूर्त में उनकी पूजा जरूर करें ऐसा करने से आपके जीवन में कभी कोई परेशानी नहीं आएगी घर में सुख समृद्धि और सफलता हमेशा के लिए बनी रहेगी। विनयक चतुर्थी की पूजा से पहले एक बार इस लेख में शुभ मुहूर्त जरूर देख लें, आप चाहें तो किसी जानकार पंडित से भी मुहूर्त का पता लगा सकते है।

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